पटना न्यूज डेस्क: बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए ने शुक्रवार को पटना में अपना घोषणापत्र ‘संकल्प पत्र’ जारी किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जिटन राम मांझी, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा समेत कई दलों के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। एनडीए ने इस संकल्प पत्र में एक करोड़ से अधिक सरकारी नौकरियों और रोजगार के अवसर पैदा करने का वादा किया है। साथ ही हर जिले में मेगा स्किल सेंटर स्थापित करने और बिहार को “ग्लोबल स्किल ट्रेनिंग सेंटर” बनाने की घोषणा की गई है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता देने का वादा किया गया है। एनडीए ने एक करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा अति पिछड़ा वर्ग के विभिन्न पेशागत समूहों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। किसानों के लिए ‘कपूरगारी ठाकुर किसान सम्मान निधि’ योजना के तहत सालाना 9,000 रुपये की सहायता देने का प्रावधान किया गया है।
घोषणापत्र में कहा गया है कि पटना के अलावा बिहार के चार और शहरों में मेट्रो ट्रेन सेवा शुरू की जाएगी। साथ ही 10 नए औद्योगिक पार्क खोले जाएंगे और अगले पांच वर्षों में 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य तय किया गया है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि अति पिछड़े वर्गों के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई जाएगी, जिसकी अध्यक्षता एक सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट जज करेंगे।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा — 6 नवंबर और 11 नवंबर को। वहीं, सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की आठ सीटों पर उपचुनाव भी 11 नवंबर को होंगे। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इससे पहले मंगलवार को महागठबंधन ने अपना घोषणापत्र ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ जारी किया था, जिसमें हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया है।